प्रधानमंत्री कॉलेज आफ़ एक्सीलेंस झाबुआ के अतिथि विद्वानों ने आयुक्त उच्च शिक्षा के नाम प्राचार्य को दिया ज्ञापन

आदर्श झाबुआ सहित प्रदेशभर के महाविद्यालयों में रिक्त शैक्षणिक पदों को चाॅइस फिलिंग में करें शामिल "
" चाॅइस फिलिंग की तिथि में भी करें परिवर्तन "

प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस शहीद चन्द्रशेखर आज़ाद शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय झाबुआ के अतिथि विद्वानों ने प्राचार्य डॉ. जेसी सिन्हा के भोपाल मीटिंग में जाने कारण शुक्रवार को इंचार्ज प्राचार्य डॉ. अंजना सोलंकी को अपनी मांगों के संदर्भ में आयुक्त उच्च शिक्षा के नाम एक ज्ञापन सौंपा।
जिसमें बताया गया है कि वर्तमान में चल रही अतिथि विद्वानों की स्थल परिवर्तन चाॅइस फिलिंग को आगे बढ़ाकर शासकीय आदर्श महाविद्यालय झाबुआ सहित प्रदेशभर के महाविद्यालयों में सेवानिवृत्ति, नवीन स्वीकृति और रीडिप्लॉयमेंट से रिक्त हुए पदों को भी चाॅइस फिलिंग में शामिल करें।
वहीं आदर्श महाविद्यालय झाबुआ के प्रभारी प्राचार्य डॉ. दीपक रावल ने अतिथि विद्वान प्रभारी डॉ. राकेश बघेल के माध्यम से केवल इतिहास, वनस्पति शास्त्र और समाज शास्त्र का ही पद 23 जनवरी को दोपहर एक बजे बाद महाविद्यालय स्तर से खोला हैं। लेकिन चाॅइस फिलिंग की तिथि 20 से 25 जनवरी के मध्य होने के कारण भोपाल से चाॅइस फिलिंग में पद अपडेट नहीं किए गए हैं। जबकि यह पद चॉइस फिलिंग आरंभ होने की तिथि से पहले खोलना चाहिए थे। इस संबंध में कई बार उच्च शिक्षा विभाग जानकारी भी मांग चुका है। फिर भी ध्यान नहीं दिया गया है।
इसके अलावा राजनीति विज्ञान, रसायन शास्त्र, वाणिज्य विषय के रिक्त पदों को अब भी लॉक कर रखा है। जबकि उनमें 500 से लेकर 800 तक छात्र – छात्राएं प्रवेशित है। यानि वर्क लोड भी भरपूर है।
वहीं रिडिप्लॉयमेंट से जो सहायक प्राध्यापक, सह प्राध्यापक, और प्राध्यापक प्रधानमंत्री कॉलेज आफ़ एक्सीलेंस में आए हैं, उनका वेतन पूर्व के महाविद्यालय से निकालने के कारण उक्त पद भी चाॅइस फिलिंग में शामिल नहीं किए गए हैं। इस तरह अनेकों कॉलेजों के प्राचार्यों द्वारा पद अनलॉक नहीं करने से अतिथि विद्वानों की चाॅइस फिलिंग में 300 से लेकर 500 किमी दूर के महाविद्यालय खुल रहे हैं। कुछ विषयों में अतिथि विद्वान के स्थान पर रीडिप्लॉय तो कर दिया, लेकिन चाॅइस फिलिंग में पद नहीं खोले गए हैं। जैसे ही रीडिप्लॉय खत्म कर पोस्टिंग करेंगे वैसे ही अतिथि विद्वान को प्राचार्य फॉलेन आउट कर देगा।


अपने भविष्य को लेकर भी है चिंतित :-
पिछली शिवराज सरकार में इनकी भोपाल में पंचायत भी हुई थी। जिसमें इनको शासन का अंग, 50 हजार रुपए प्रति माह फिक्स वेतन और पीएससी की भर्ती में 10 प्रतिशत तक अनुभव अधिभार की घोषणा की गई थी। जो अब तक भी पूरी नहीं की गई है। जबकि उस समय वर्तमान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव उच्च शिक्षा मंत्री थे। मंत्रालय उच्च शिक्षा के आदेशानुसार फिलहाल इनसे 2000 रूपए प्रति कार्य दिवस पर सेवाएं ली जा रही है।
मध्य प्रदेश अतिथि विद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा के प्रदेश मीडिया प्रभारी शंकरलाल खरवाडिया ने इस संबंध में बताया है कि – पीएम कॉलेज आफ़ एक्सीलेंस में यूजीसी योग्यताधारी अतिथि विद्वानों से काम लेने का उल्लेख उच्च शिक्षा विभाग ने अपने आदेश किया है। फिर भी हमारे स्थान पर रीडिप्लॉय कर दिया गया है। अब हमें दूर – दूर महाविद्यालयों में भेजने के लिए मजबूर किया जा रहा है। कम से कम जो जिले अथवा संभाग के अंदर खाली पदों को तो चाॅइस फिलिंग खोल देना चाहिए।
ज्ञापन देते समय शंकरलाल खरवाडिया, डॉ. प्रवेश जाटव, डॉ. मुकेश डामोर, मनोज अवास्या, रितेश तंवर, किरण सिंघल, डॉ. कृतिका श्रीवास्तव, डॉ. सपना जोशी, डॉ. जुली जैन आदि मौजूद थे।

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