कारगिल युद्ध में पाकिस्तान दुश्मन सेना से फ़्लेट टाॅप पर किया कब्जा हासिल। परम वीर चक्र विजेता सूबेदार मेजर संजय कुमार।
परम वीर चक्र विजेता सूबेदार मेजर संजय कुमार का जन्म 3 मार्च 1976 को हिमाचल प्रदेश के कलोल गांव में हुआ था। फौज में शामिल होने के पहले संजय कुमार दिल्ली में टैक्सी चालक का कार्य करते थे।
सेना में शामिल होने के पश्चात, 1999 के कारगिल युद्ध के दौरान संजय कुमार जम्मू कश्मीर राइफल्स की तेरहवीं टुकड़ी के सदस्य थे। उनकी टुकड़ी को फ़्लैट टॉप क्षेत्र पर कब्जा हासिल करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इस क्षेत्र पर पाकिस्तान सेना का कब्जा था। बंकरों में बैठे दुश्मन सैनिकों के पास मशीन गन थी जिस की जद में नीचे से आने वाला रास्ता था। दुश्मन लगातार गोलीबारी कर रहा था जिससे भारतीय सैनिकों का ऊपर जाना संभव नहीं हो पा रहा था। दुश्मन ने भारतीय टुकड़ी को 150 मीटर दूरी पर रोक रखा था।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए और फ़्लैट टॉप क्षेत्र पर कब्जा करने में उस बंकर को नष्ट करने के महत्व को समझते हुए संजय कुमार अकेले ही रेंगते हुए दुश्मन की ओर बढ़ गए। गोलियों की बौछार के चलते तुरंत ही दो गोलियां संजय की छाती और बाजू को बींध गईं। संजय कुमार के शरीर से रक्त के फव्वारे छूट रहे थे। परन्तु अपने प्राणों कि यत्किंचित भी परवाह किए बगैर, अदम्य इच्छाशक्ति के बल पर संजय कुमार आगे बढ़ते रहे। अब आमने सामने की हाथापाई वाली लड़ाई शुरू हुई जिसमें बुरी तरह से घायल संजय कुमार ने दुश्मन के तीन सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया। इसी के साथ दुश्मन की एक मशीन गन उनके हाथ लग गई जिसे लेकर वहा से दूसरे बंकर की ओर बढ़ गए। उस बंकर कें दुश्मन सैनिक यह असाधारण पराक्रम देख कर स्तब्ध रह गए और बंकर छोड़ कर भागने लगे। संजय कुमार ने मशीन गन से सभी को मौत के घाट उतार दिया।
संजय कुमार के इस पराकाष्ठा के शौर्य से टुकड़ी के अन्य सैनिक भी जोश से भर गए और दुष्कर पहाड़ी क्षेत्र होने के बावजूद दुश्मन सैनिकों पर चढ़ दौड़े। शीघ्र ही फ़्लैट टॉप क्षेत्र पर तिरंगा लहराने लगा।
संजय कुमार के इस असाधारण पराक्रम की सराहना करते हुए, भारतीय सेना ने उन्हें सूबेदार मेजर के पद पर पदोन्नत किया और सेना के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार परम वीर चक्र से उन्हें सम्मानित किया। सूबेदार मेजर संजय कुमार आज भी सेना में सेवारत है और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी खगवासला पुणे में पदस्थ हैं।
आज 3 मार्च को उनके जन्म दिवस पर सूबेदार मेजर परम वीर संजय कुमार को नमन एवं हृदय से आभार। ईश्वर उन्हें स्वास्थ्य, सुख एवं लम्बी उम्र प्रदान करें।
श्रीरंग वासुदेव पेंढारकर।