75 वर्ष के पुनरुत्थानशील भारत में महिला अधिवक्ताओं की भूमिका पर दिल्ली में विचार संगोष्ठी।

इंदौर सम्भाग की 15 सदस्यीय टीम करेगी सहभागिता
मालवा प्रांत अध्यक्ष उमेश यादव के नेतृत्व में एवं वाल्मीकि शंकरगाए मालवा प्रांत महामंत्री राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य राष्ट्रीय परिषद सदस्य एवं प्रांत उपाध्यक्ष एवं समस्त पदासीन महाअधिवक्ता महिलाऐं राष्ट्रीय कार्य करणी सदस्य श्रीमती स्वाति ओखले, श्रीमती विनीता फाये, सुश्री सीमा शर्मा, श्रीमती मृदुला सेन, श्रीमती विभा भारुका, श्रीमती रुक्मणी धानगर, श्रीमती निशा केवलिया, श्रीमती तनुजा मलकापुरकर, श्रीमती शालिनी दुबे, श्रीमती सपना फुगे, श्रीमती कोमल विजयवर्गीय, श्रीमती समता पटेल, सुश्री प्रीति सोलंकी, श्रीमती स्मृति रजदान कार्यक्रम में सामिल होंगी।

नेशनल कमीशन फॉर वुमेन एवं अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद के संयुक्त तत्वाधान में 8 मार्च अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर अखिल भारतीय महिला अधिवक्ताओं का सम्मेलन देश की राजधानी दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है। आयोजन में भारतीय संविधान के स्वर्णिम 75 वर्ष के पुनरुत्थानशील भारत में महिला अधिवक्ताओं की भूमिका पर विचार संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है।
इस महत्वपूर्ण संगोष्ठी में के साथ झाबुआ ज़िलें से एक मात्र अधिवक्ता कंचन सामाजिक सेवा संस्थान संपूर्ण भारत कि राष्ट्रीय संचालक मालवा प्रांत महिला अधिवक्ता परिषद की ब्लॉक अध्यक्ष कुमारी मयूरी राजू धानक भी शामिल होगी।
दिल्ली जाने से पहले एडव्होकेट मयूरी धानक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर अपनी बात रखते हुए बताया कि आज विकसित भारत में महिलाओं की शक्ति को वह स्थान मिला है जिसके लिए वह पिछले 7 दशकों से प्रयास कर रही थी लेकिन आज भी हमारा जिलें में महिलाओं का साक्षरता प्रतिशत कम है इसके कारण महिला उत्पीड़न की अनेक घटनाएं सामने आ रही है ऐसे में देश में हर में ज़िलें में साक्षरता का ग्राफ बड़े यहाँ वापस लॉ कॉलेज की शुरुआत हो व महिलाओं का विकास हो इसके प्रयास पर सपनी बात रखते हुए परिषद व आयोग का ध्यानाकर्षण करेगी।
धानक ने बताया कि वे दिल्ली में झाबुआ ज़िलें की लोक संस्कृति व यहाँ के मुख्य व्यंजन दाल-पानिये की भी चर्चा करेगी। मयूरी धानक ने कहा कि कार्यक्रम में दिल्ली हाई कोर्ट की जज स्वर्णा कांता शर्मा एवं नेशनल कमीशन फ़ॉर वूमेन की चेयर पर्सन श्रीमती विजया किशोर राहतकर मुख्य वक्ता रहेगी ऐसे में उनका मार्गदर्शन हम सभी के लिए गौरव की बात होगी। दिल्ली जाने से पहले कुमारी मयूरी राजू धानक ने पत्रकारों व मीडिया के माध्यम से सभी देशवासियों को 8 तारीख अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस लोक पर्व भगोरिया पर्व झाबुआ ज़िलें के लोक संस्कृति के पर्व भगोरिया व होली की अग्रिम हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित की। युवा एडव्होकेट मयूरी राजू धानक के दिल्ली कांफ्रेंस के हिस्सा बनने के लिए ज़िलें के सभी अधिवक्ताओं ने खुशी जाहिर करते हुए उन्हें बधाई दी है।