लक्की मर्डर केस की गुत्थि सुलझाती पुलिस पहुंची आरोपियों के करीब- बहुत जल्द लक्की के हत्यारे होंगे सलाखों के पीछे।
9 Jun 2022
रिश्तों के रहस्य राख हो जाये तो सम्बंध में बंधन सा प्रतीत होते हैं। और फिर जबरदस्ती की गांठ रिश्तों की या तो खुल जाती है या फिर तोड़ दी जाती हैं।
बीते दिनों हुये एक नव युवक की हत्या में रिश्ता ही था जिसने 22 वर्षिय युवक को काल का ग्रास बना दिया।
शहर का एक युवक लक्की पिता जितेन्द्र पांचाल जो की घर से अपनी नव विवाहिता को लेने के लिये ससुराल कठला ग्राम जा रहा था मगर वो वहा पहुंचा ही नहीं।
परिजनों ने पुलिस में गुमशुदा की रिपोर्ट दर्ज करवाई और दोपहर 2 बजे के करीब लक्की की रक्त रंजीत लाश मेघनगर के पास पिपलोदा गांव के जंगल में मिली।
गोपनीय सूत्रो के मुताबिक़ पुलिस लक्की के हत्यारों के करीब-करीब पहुंच चुकी हैं। लक्की को मारने के लिये करीब 30 हजार रुपये भी दिये थे। वहीं जानकारी के अनुसार जब लक्की झाबुआ से अपनी पत्नी आरती को लेने निकला था तभी से 2 लोग उसका पीछा कर रहे थे और फिर जब वह पिटोल के आगे पहुंचा तो लोगों ने लक्की को इको गाडी में किडनैप कर के डाल दिया और बहुत बुरी तरह से मार कर पिपलोदा के जंगल में फेक दिया।
हालांकि जिले में प्रेम प्रसंग में ऐसे बहुत से केस होते आये है जिसमें उन कहानी में एक की हत्या होती ही हैं। और केस कस्तुरी मृग की तरह होता है। जिसमें उस मृग में ही कस्तुरी होती है जबकि उसे पता नहीं होता हैं।
बहरहाल घड़ी की टिक- टिक जैसे जैसे आगे बढ़ती जायेगी लक्की के हत्यारे और उसकी प्लानिंग करने वाली को खाकी सलाखों के पीछे कर देगी।
समाज में शादी एक ऐसा सम्बंध है जिसमें बंधन नहीं होना चाहिये, क्युकि जबरदस्ती के बंधन से छुटकारा पाने के लिये जिले में बहुत सी हत्याए हो चुकी हैं।