भाजपा की खिचड़ी में कांग्रेस का घी- झाबुआ में पुराने दो उपाध्यक्ष हारे तो दो नगरअध्यक्ष की हुई जीत। पूरी तरह नापतौल कर बनेगा अध्यक्ष का ताज़।
01 Oct 2022
चुनाव सम्पन्न हुये विजय जुलुस पर जीते हुये प्रत्याशियों ने जनता का हाथ जोड़ कर आभार व्यक्त कर दिया। समीकरण में सवालों के जवाब ढूंढते-ढूंढते, जो जीत गये वो भी बीती रात नहीं सो पाये और जो हार गये उनको गुजरी रात नींद नहीं आयी।
झाबुआ में जनता ने ऐसा मत दिया की कोई भी पार्टी बहुमत न हो पाई। भाजपा 09
कांग्रेस 07
निर्दलीय 02
अब भाजपा के 9 प्रत्याशी जीते हुये है और कांग्रेस के 07 बाकी बचे 02 अन्य। जो सारा खेल खतरनाक मुद्रा के साथ खेलेंगे। फिर मौका भी यही है उसके बाद तो सिर्फ लाठी ही पिटना शेष रह जायेगा। अब अन्दरूनी बातचित में भाव के बोल बढ़ेगे। अपनी और आकर्षित करने के लिये सारे दांव पेंच लगाये जायेगे।
झाबुआ में इस बार किसी पुरुष को ही अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठाया जायेगा जिसकी कोरी कल्पना की जा सकती हैं। आदिवासी सीट से जीतने वाला एक ही प्रत्याशी जिसकी उम्मीद अध्यक्ष के लिये जताई जा सकती हैं।
रानापूर में 15 पार्षद पद के चुनाव में भाजपा ने 11 वार्डो में जीत का परचम लहराया । वहां पर भी भाजपा अपना अध्यक्ष बना रही हैं।
थांदला में भी भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिला है जहा तक बात निर्दलिय की है वें भी लगभग जीत का जश्न भाजपा के अनुरुप ही मनायेगे।
पेटलावाद में 15 वार्ड में से 14 वार्ड नये प्रत्याशी चुने गये हैं। और भाजपा ने 7 वार्ड हासिल किये हैं। कांग्रेस 1 लेकर बैठी है और बाकी सब निर्दलीय प्रत्याशी फतह कर चुके है अब भाजपा भी इनको फतह कर लेगी और बहुमत के आधार पर परिषद में बैठगी।
हालांकि, झाबुआ में नगर पालिका अध्यक्ष के लिये तीन पार्षद दावेदारी में लगे हैं। वार्ड क्रमांक 13, 14, और 16। वार्ड 13 से बसंती धनसिंह बरिया, 14 कविता सिंगार और 16 से पर्वत मकवाना।
अब वार्ड 13 से धनसिंग बरिया पहले भी अध्यक्ष रह चुके है, ऐसे ही 16 वार्ड से जीते हुये पर्वत मकवाना भी पूर्व में अध्यक्ष रह चुके है। नया चेहरा कविता सिंगार है।
सूत्रों के अनुसार कविता सिंगार को अध्यक्ष बनाने के लिये रानापूर से भाजपा उपाध्यक्ष भानू भूरिया और एडवोकेट दिलीप, पुर जोर लगा रहे है चर्चा- ए- आम तो यह भी है कि, नगर के बडे सेंठ भी फुल सपोर्ट में दांव खेलने के लिये तैयार है।
वहीं वार्ड 13 से दावेदारी बात पर पूर्व अध्यक्ष की तरफ से यह बात समने आयी है कि संगठन जो भी तय करेगा वो ही निर्णय किया जायेगा, क्युंकि गुटबाजी में गुत्थमगुत्था हो कर छवि धूमिल नहीं करना चाहिये।
अब वार्ड 16 के पार्षद पर्वत मकवाना की बात की जाये तो पहले भी अध्यक्ष रह चुके है, पुराने भी है कार्यप्रणाली की समझ है और वर्तमान में अध्यक्ष पद पाने की पात्रता भी रखते है। जहां तक गुटबाजी की बात है तो सभी गुटों के साथ मिलकर काम करने की क्षमता भी हैं।
बहरहाल, भोपाल निर्वाचन से इन 15 दिनों में एक तारिख दी जायेगी, उस दिनांक को जिला कलेक्टर द्वारा नगरपालिका के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का निर्वाचन करना होगा। बाकी झाबुआ की जनता यह तो जानती ही है कि, उपाध्यक्ष पर किसका नाम कायम रहेगा।