हादसे की जिम्मेदारी क्या प्रत्येक प्रशासनिक अधिकारी की है या हो सकती है।
0 विकास की राहें क्या इतनी कठिन हो सकती है कि उन राहों पर से गुजरने का खामियाज़ा कुछ इस
October 20, 2025
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0 रिंकेश बैरागी, भारत भूमी पर 22 अप्रैल, 2025 को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में बैसरन मैदान में इस्लामी आतंकवादियों
0 सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने संगठन सृजन अभियान में लिए गए निर्णय का किया स्वागत झाबुआ : ब्लॉक कांग्रेस कार्यकर्ताओं का
1 मानव तरक्की और उन्नति की दौड़ में अंधाधुंध प्रकृति का दोहन करता रहा और भूल गया की प्रकृति में
0 रिंकेश बैरागी, संविधान में निर्दिष्ट राज्य के नीति निर्देशक तत्वों में केंद्र और राज्य सरकारों को नागरिकों का जीवन
0 झाबुआ, एनसीसी केडेट का अग्नि वीर में चयन होने पर ” पीएम कॉलेज आफ़ एक्सीलेंस के प्राचार्य और स्टाफ
0 :-डॉ रविन्द्र सिंह ने कहा कि – ” विभिन्न बीमारियों से बचने के लिए ज्यादा से ज्यादा पेड़ –
0 , जिवन मोक्षदायिनी मां गंगा गंगा का जल अमृत के समान है जल ही जीवन है जल का संग्रह
0 अब तो एक मात्र आजीविका का साधन है अतिथि विद्वान व्यवस्था :-” 1991 से लेकर 2017 तक नहीं हुई
0 ” सहायक प्राध्यापक परीक्षा पास करने लायक नहीं बची उम्र ” “ट्रांसफर और पीएससी की नियुक्ति से रोजगार पर