जनपद में उपस्थित पंचायत में अनुपस्थित, ग्रामवासियों परेशानी।
रणवीर सिंह सिसोदिया।
गांव में अनुपस्थित, जनपद में उपस्थित , ग्रामीणों की शिकायत का नहीं निकल रहा हल
झाबुआ- मामला झाबुआ जनपद के ग्राम पंचायत बरोड के रोजगार सहायक सुनील परमार से जुड़ा हुआ है ग्रामीणों के अनुसार वह 3 वर्षों से पंचायत में उपस्थित नहीं हो रहे हैं वही जनपद के कार्यों में नियमित बने हुए हैं इस संबंध में ग्रामीणों ने लिखित में शिकायत 8 जनवरी 2025 को कैंप प्रभारी और 14 फरवरी 2025 को जनपद में आवेदन दिया था।
इसके उपरांत मनरेगा कार्यक्रम अधिकारी जनपद झाबुआ से जांच दल गठित किए गए जिसमें सहायक यंत्री मनरेगा, प्रभारी खंड पंचायत अधिकारी, पंचायत समन्वयिक अधिकारी को पत्र लिखकर तीन दिवस के अंदर जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें इसी कड़ी में जांच दल द्वारा पंचायत पहुंच कर वस्तु स्थिति को जाना भी किंतु यह रिपोर्ट यथास्थान तक नहीं पहुंची।
इस रिपोर्ट के नतीजे क्या होंगे भविष्य के गर्भ में छुपा है मुख्य रूप से रोजगार सहायक ग्राम पंचायत के कार्यों में महत्वपूर्ण कड़ी है किंतु अगर वह तीन वर्षों से गांव में उपस्थित नहीं हो रहे हैं उनसे जुड़े हुए कार्य निश्चित रूप से प्रभावित हो रहे होंगे और अगर ग्राम के विकास की रिपोर्ट कागजों पर सही चल रही है तो गांव के लोग परेशान होकर शिकायत का रास्ता क्यों अपना रहे हैं यह मामला बड़ा गंभीर है इस पर प्रशासन को जल्द से जल्द निर्णय की कगार पर पहुंचना चाहिए।
अधिकारियों के रटे रटाए जवाब।
इस संबंध में झाबुआ जनपद के सीईओ से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि जांच दल गठित किया गया है उनकी रिपोर्ट के आधार पर जल्द ही कार्यवाही की जाएगी।