जल जीवन मिशन एवं नलजल योजना की समीक्षा- कलेक्टर ने कहा जिले में पेयजल की समस्या नहीं आये ऐसे ठोस प्रयास करे। बहुत से गांवों में कोसो दूर से पानी लाती है महिलाए।
झाबुआ, 25 मई 2021।
कलेक्टर सोमेश मिश्रा ने जलजीवन मिशन एवं नलजल योजना की समीक्षा बैठक में अध्यक्षता करते हुए निर्देश दिये की जिस ग्राम पंचायत एवं शहरी क्षेत्र में पानी की समस्या, पानी सप्लाई की समस्या, हैण्डपम्प मरम्मत, पानी मे दवाई का उपयोग आदि की समूचित जानकारी एकत्र कर तत्काल निराकरण की कार्यवाही करे।
जिले के 14394 हैण्डपम्प का चिन्हांकन अनिवार्य रूप से करे। नवीन हैण्डपम्प या पेयजल स्त्रोत यदि प्रारंभ कर रहे है तो जनप्रतिनिधियों को अनिवार्य रूप से आंमंत्रित करें।
कलेक्टर ने यह भी निर्देश दिये की 50 रिचार्ज पीट प्रोजेक्ट तैयार करे एवं 1 जून से कार्य प्रारंभ करे। पेयजल की व्यवस्था जिले के सभी ग्रामों में करना है जहां डीपीआर नही बना है तत्काल बनाए। जिले में पेयजल की समस्या नहीं आये ऐसे ठोस प्रयास करे।
हालांकि, जिले में अभी भी बहुत से ऐसे गांव है जहां पेयजल की समस्या गम्भीर रूप से जमी हुई है। बहुत से गांव ऐसे है जहां की महिलाए घर से कोसों दूर तक जा कर पानी लाती है, कहीं कहीं यह आलम है कि जिला तो ठीक राज्य की सीमा पार से पानी लाना पड़ता है। बहुत से गांव ऐसे है जहां पर झिरी खोद कर पानी की व्यवस्था करनी पड़ती है तब जा कर लोगों के घरों में पीने लायक पानी मिल पता है।
और आश्चर्य की बात यह है कि हजारों हजार शिकायतों के बावजूद भी कभी किसी ने इन गांव की समस्या पर गौर न किया। ना किसी सरकारी नौकर ने और न ही सरकार के किसी बाशिंदे ने।
बहरहाल बैठक की समीक्षा समाधान के धरातल पर पहुंचे तो ही प्यासे कंठों को सुकून मिले। और यदि समीक्षा सिर्फ कागजों पर पेयजल स्त्रोतों को चिन्हित करने की हो तो दूर से पानी लाती महिलाओं के पैरों के फुटते छाले हर जिम्मेदार अधिकारी को श्राप दे कर ही फुटते है।
समिक्षा बैठक में कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी सेवा एन.एस.भिडें, परियोजना अधिकारी शहरी विकास अभिकरण एल.एस.डोडिया, पीएचई के सहायक यंत्री जे.एस.रावत थांदला, एवं मेघनगर के उपयंत्री उपस्थित थे।