कलीमुद्दीन और गफूर ने अपने हिंदू दामाद का अपहरण कर की पिटाई। पुलिस जुटी जांच में।
विदिशा, भोपाल,
कोलार रोड पुलिस की जानकारी के अनुसार ग्राम रामपुरा नटेरन विदिशा निवासी सरवन विश्वकर्मा ने 17 फरवरी 2025 को हाजरा पिता कलीमुद्दीन उर्फ निशा से आर्य समाज में विवाह किया था। मार्च में थाना जाखलौन ललितपुरा में बयान दर्ज हुए थे जिसके बाद उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा उन्हें मध्य प्रदेश सीमा पर छोड़ा गया था।
सरवन ने कोलार पुलिस को बताया कि वह 13 सितंबर को नेहरू नगर में काम के लिए गया था पत्नी निशा घर में अकेली थी वह रात को करीब 8 बजे घर पहुंचा वहां बाहर खड़े तीन चार युवकों ने उसे जबरदस्ती कार में पटका और मंडीदीप की ओर ले गए फिर जंगल में उसके साथ मारपीट की।
फोर लगा कर बेटी को भी बुलाया और उसे दूसरी कार में ले गए। सरवन को लाल परेड ग्राउंड के पास लेकर पहुंचे और कलीमुद्दीन और गफूर ने मिलकर उसे धमकी भी दी उसके बाद गफूर सरवन वाली कार में बैठ गया फिर वे सिरोंज के जंगल की तरफ चले गए जहां सरवन के गांव के मुस्लिम युवा रहमान और अजरूद्दीन मिले उनके साथ और भी लोग थे इन लोगों ने जंगल में सरवन के साथ मारपीट की। रहमान ने सरवन को चेतावनी दी कि वह निशा उर्फ हाजरा से दूर रहे और उसे गांव के पास छोड़ दिया।
सरवन पत्नी की तलाश कर रहा था उधर मौका पाते ही निशा ने ललिलपुर थाने में शिकायत दर्ज करवाई। 17 सितंबर को सरवन ने कोलार पुलिस मेंशिकयत दर्ज करवाई।
पुलिस ने कलीमुद्दीन, गफूर, रहमान, अजरूद्दीन एवं अन्य के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है और मामले में पुलिस जांच में जुटी है।