8 वर्ष की नाभा चीता की मौत, शिकार के प्रयास में हो गई थी घायल।
श्योपुर “:
कूनो नेशनल पार्क में शनिवार को आठ साल की मादा चीता नाभा की मौत हो गई। शिकार की कोशिश मैं वह एक हफ्ते पहले घायल हो गईं थीं। उसके पैर में फ्रैक्चर था। उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। भारत में चीता पुनर्वास परियोजना के तहत सितंबर, 2022 में नाभा को नामीबिया से यहां लाया गया था। सीसीएफ, चीता- परियोजना उत्तम कुमार शर्मां ने बताया कि नाभा बाडे में रखी गईं थी। वहींं शिकार की कोशिश के दौरान उसे गंभीर चोटें लग गईं। उसके एक पैर की दोनों हड्डियों में फ्रैक्चर हो गया था। पोस्टमार्टम के बाद मौत के कारणों के बारे में और जानकारी मिल सकेगी। प्रबंधन की ओर से यह भी कहा गया कि बाकी चीते स्वस्थ हैं। उन्हें कड़ी निगरानी में रखा जा रहा है। कूनो में अब बचे 26 चीते इनमें से 16 खुले जंगल में नाभा की मौत के बाद कूनो नेशनल पार्क में अब 26 चीते बचे हैं। इनमें नौ वयस्क चीते (छह मादा और तीन नर) और 17 शावक शामिल हैं। शावक कूनो में ही पैंदा हुए हैं। इन 26 चीतों में से 16 खुले जंगल में हैं और पूरी तरह से स्वस्थ हैं। उत्तम शर्मा के अनुसार वे वातावरण में रम चुके हैं। उन्होंने दूसरे शिकारी वन्य जीवों के साथ रहना सीख लिया है। वे नियमित रूप से शिकार कर रहे हैं। मादा चीता वीरा और निर्वा अपने हाल ही में पैदा हुए शावकों के साथ स्वस्थ हैं।
इन शावकों की हुई मौत
वर्ष 2023 में
23 मई को ज्वाला के एक शावक की मौत हुई ।
2024 में 25 मई को ज्वाला के दो शावको की मौत हुई ।
चार जून कों गामिनी के एक और शावक की मोत हुईं । पांच अगस्त को गामिनी के एक और शावक ने दम तोड दिया है।
इन चीतों की हो चुकी है मौत
वर्ष 2023
26 मार्च को साशा की किडनी संक्रमण के चलते मौत हुई ।
23 अप्रैल को चीता उदय की हार्ट अटेक सेमौत हुईं। नो मई को मैटिंग के दौरान हमले में घायल दक्षा की मौत हुईं । 11 जुलाई को आपसी संघर्ष मे तेजस की मौत हुई । 14 जुलाई को आपसी संघर्थ में सूरज की मौत हुई । दो अगस्त को संक्रमण से मादा चीता धात्रीकी मौत हुई । 2024 .
16 जनवरी को नर चीता शौर्य की मौतहुईं। 27 अगस्त को नर चीता पवन की मौत हुई।