शुभांशु शुक्ला ने उगाई अंतरिक्ष में मूंग और मैथी।
एजेंसी:
अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आइएसएस) पर अपने प्रवास के अंतिम चरण में भारतीय अंतरिक्षयात्री शुभांशु शुक्ला किसान बन गए हैं। उन्होंने पेट्री डिश में मूंग व मेथी उगाई है, जिसे आइएसएस के फ़्रीजर में रखा है। उन्होंने इसकी तस्वीर साझा की है। एक्सिओम-4 मिशन क तहत हैे और यहां 12 दिन गुजार चुके ह 26 जून को शुभांशु आइएसएस फ्लोरिडा तट पर मौसम की स्थिति के आधार पर गुरुवार के बाद कभी भी उनकी धरती पर वापसी हो सकती है। हालांकि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अभी तक आइएसएस से एक्सिओम-4 के अलग होने तिथि की घोषणा नहीं की है।
आइएसएस पर 14 दिनों के लिए गए शुभांशु ने यह कार्य एक अध्ययन के तहत किया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि सक्ष्म गुरुत्वाकर्षण अंकुरण और पौधों के प्रारंभिक विकास को कैसे प्रभावित करता है। उन्होंने एक्सिओम स्पेस की मुख्य विज्ञानी लूसी लो के साथ बातचीत में कहा, ‘मुझे बहुत गर्व है कि इसरो देशभर के राष्ट्रीय संस्थानों के साथ सहयोग करने और कुछ शानदार शोध करने में सक्षम रहा हू जो मैं सभी विज्ञानियों और शोधकर्ताओं के लिए आइएसएस पर कर रहा हूं। ऐसा करना रोमांचक और आनंददायक है।’ उन्होंने बताया कि अंतरिक्ष केंद्र पर उनके अनुसंधान कार्य विभिन्न क्षेत्रों और विषयों में फैले हुए हैं।
प्रयोग का नेतृत्व कर रहे 2 भारतीय विज्ञानी :
मेथी और मूंग के बीज अंकुरित करने के प्रयोग का नेतृत्व दो विज्ञानी कर्नाटक के धारवाड स्थित कृषि विश्वविद्यालय में कार्यरत रविकुमार होसामणि और यहीं स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के सुधीर सिद्धपुरेड्डी कर रहे हैं। एक्सिसओम स्पेस की और से जारी एक बयान में कहा गया हैं कि धरती पर लौटने के बाद बीजों को कई पीढियों तक उगाया जाएगा ताकि उनके आनुवंशिक, सूक्ष्मजीव पारिस्थितिकी तंत्र और पोषण प्रोफाइल मे होने वाले बदलावों का पता लगाया जा सके। एक अन्य प्रयोग के तहत. शुभांशु सूक्ष्म शैवाल ले गए है, जिनकी भोजन, आक्सीजन और यहां तक कि जैव इंधन उत्पन्न करने की क्षमता की जांच की जा रही हैं।