लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर की 320 जयंती पर महाविद्यालय में व्याख्यान माला।

प्राचार्य डॉ. सिन्हा ने कहा कि – “आत्म प्रतिष्ठा के झूठें मोह का त्याग करके देवी अहिल्याबाई होलकर जनता के हित में आजीवन न्याय प्रदान करती रही।
“डॉ. रविन्द्र सिंह ने बताया कि – देवी अहिल्याबाई होलकर द्वारा देश के विभिन्न स्थानों पर किए गए निर्माण कार्य आज भी इतिहास की विशिष्ट पहचान है।
” पीएम कॉलेज आफ़ एक्सीलेंस शहीद चंद्रशेखर आज़ाद शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय झाबुआ में भारतीय ज्ञान परंपरा के अंतर्गत लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर की 320 जयंती पर ( त्रिशताबदी समारोह) सामाजिक, सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक गतिविधियों को बढ़ावा देने व जन – जन तक विस्तार करने के लिए एक व्याख्यान माला का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. जेसी सिन्हा ने की और बताया कि देवी अहिल्याबाई आत्म प्रतिष्ठा के झूठें मोह का त्याग करते हुए मरते दम तक जनता के हित में सुशासन व न्याय प्रदान करती रही। उनका व्यक्तित्व और नागरिक प्रशासन उच्च कोटि का था। विशेष अतिथि के रूप में इतिहासविद व महाविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारी डॉ. रविन्द्र सिंह थे। जिन्होंने देवी अहिल्याबाई होलकर द्वारा इंदौर सहित देश के विभिन्न स्थानों पर किए गए निर्माण कार्य जैसे – मंदिर, घाट, किलें, कुएं, बावड़ी, भूखों के लिए अन्य क्षेत्र, प्यासों के लिए प्याऊ बिठलाई आदि पर विस्तार से प्रकाश डाला और उन्हें इतिहास की विशिष्ट पहचान भी बताया।

शासकीय आदर्श महाविद्यालय झाबुआ से व्याख्यान माला के लिए आए विशेषज्ञ डॉ. मुकेश बघेल ने भी अपने विचार विशिष्ट अतिथि के रूप में रखें और हिंदी के क्षेत्र में रोजगार के अवसर की जानकारी से सभी को अवगत कराया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. गोपाल भूरिया ने किया एवं आभार डॉ. लोहारसिंह ब्राह्मणे ने माना।इस अवसर पर डॉ. प्रदीप कटरा, डॉ. बीएल डावर, डॉ. ईश्वर सिंह डावर, प्रो. मुकामसिंह चौहान, प्रो. शंकरलाल खरवाडिया, दीपक भूरिया आदि सहित अत्यधिक संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।