ब्राह्मण सनातन का अभिन्न अंग जिसे तोड़ने का षड़यंत्र कभी सफल नहीं होगा
समाज को लेकर द्वेषता फैलाने वालो पर करवाएंगे कड़ी कार्रवाई

रानापुर नगर धर्म कि नगरी आज से नहीं अपितु कई सालो से है और यहाँ कई धार्मिक आयोजन होते आए है जिसे नगर के समस्त हिन्दू समाज ने मिलकर तन मन धन का सहयोग देकर सफल बनाया है ,परन्तु एक जन्मास्टमी महोत्सव जिसका उद्देश्य भगवान कृष्ण आपके हमारे सबके आराध्य का जन्मोत्सव मनाना मात्र था जिसे समाज में मात्र कुछ लोगो के द्वारा ब्राहमण समाज गीता भवन खा जाएगा के रूप में परोसा गया।
पंडित हरिओम जी दवे ब्राहमण समाज के संरक्षक है और उनके द्वारा पहले वाले प्रेस नोट में यह भी साफ़ बता दिया गया है , ब्राहमण का घर ही मंदिर है हमें किसी मंदिर कि लालसा नहीं ,आपके सारे मंदिर भवन आपको मुबारक , किस व्यक्ति विशेष ने ये भ्रम नगर में फेलाने का कार्य किया है , जिससे समाज के बुद्धिजीवी वर्ग को स्पष्ठ हो गया है कि यह एक षड़यंत्र है ,में हरिओम दवे यह गीता भवन का हिसाब बहुत जल्द अब लेने वाला हूँ और किसी रानापुर के योग्य व्यक्ति को सुपुर्द करूँगा पुरे नगर के वरिस्ठो कि सहमती से , कल रात एक महानुभव एक चोराहे पर भीड़ इक्कठी कर पुनः गीता भवन का इतिहास भूगोल बता रहे थे , अगर आप सच में इसके बारे में जानकारी चाहते है तो आप इसके संबंध में इतिहास भूगोल के लिए स्वयं हरिओम जी दवे से व्यक्तिगत रूप संपर्क से कर सकते है , समाज को लड़वाने वाले श्री मान जी ने 2 दिन पूर्व सुबह शंकर मंदिर पर एक पंडित जी से विवाद कर अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे थे ,अभी इन्हें कोई ब्राहमण गालिया देता तो ये पुरे रानापुर को सर पर उठा लेते बात थाने तक बात पहुँच जाती , मेरा बस इतना कहना है कि भंडारे से भगवान खुश नहीं होता याद रखना तुम्हारा फेसला स्वयं भगवान् करेंगे , अब नया षड़यंत्र एक, एक ब्राहमण को नाम लेकर बदनाम करना लोगो को भड़काना कि ये बदमाश है, बंद कर दे तो अच्छा है जज बन कर चोराहे पर फेसले मत सुनाओ पहले शांति से दोनों पक्षों को सुनो विवाद करने से पहले अगर तुममे इतनी योग्यता होती तो किसी हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट के जज होते विचार करना क्या हम सही है , कल रात्री में चोराहे पर बैठकर हिन्दुओ को आपस में लड़वाने कि योजना मीटिंग निरस्त होने के बाद क्या आवश्कयता थी , चोराहे पर ब्राहम्ण समाज के एक पंडित जी का नाम लेकर विवाद को नया रूप चोराहे पर करवाने का प्रयास कर रहे थे , परन्तु ब्राहम्ण समाज कभी भी इतने वर्षो के इतिहास में किसी से आगे होकर विवाद करने के पक्ष में नहीं रहता है , रानापुर नगर के बुद्धिजीवी वर्ग को यह पूछना है कि क्या एक व्यक्ति विशेष कि बातो में आकर आप हिन्दू समाज को आपस में लड़ने ,मारने ,को तेयार कर रहे है तो जब कोई विधर्मियो से विवाद होता है तब तुम कितनी बार थाने कि पेडी पर चढ़ कर युवाओ का साथ देते हो ,घर से बाहर आते हो ,हिन्दू संघठन अपना जीवन खपा रहे है हिन्दुओ को एक करने के लिए और आप अपने निजी स्वार्थ के कारण, एक भाई साहब को हरिओम जी दवे ने स्कूल नहीं चलाने दी तो उन्होंने उनके घर का ताला गीता भवन पर दादागिरी से लगाया और हरिओम जी दवे को बीच चोराहे पर गालिया दी ,इसका खुलासा भी गीता भवन के मोखिक रूप से बने दो ट्रस्ट के उपाध्यक्ष और कोषाध्यक्ष ने किया ,और उन्होंने हरिओम जी दवे के गार्डन पर समस्त उपस्थित ब्राहमण समाज के सामने उस व्यक्ति का नाम लेकर कहा कि वह दादागिरी कर स्कूल चलाना चाहता है ,और वह भाई साहब अपनी निजी खुन्नस चोराहे पर भीड़ इकठी कर बता रहे थे , और पुरे ब्राहमण समाज के खिलाफ लोगो को भडकाने का भी मजबूत प्रयास कर रहे थे , किसी भाई साहब का ब्राहमण समाज के व्यक्ति से कोर्ट केस चला वो इस विवाद को सनातन कि मीटिंग के माध्यम से उस व्यक्ति से बदला लेना चाहता थे ,आपके निजी झगड़ो को आपस में निपटाओ क्यों पुरे हिन्दू समाज को सूली पर चढाने का प्रयास क्यों कर रहे हो, यहाँ हिन्दू समाज को विचार करना चाहिए कि लोग आपस के निजी विवाद नगर में एक व्यक्ति से दुसरे को लड़वाने में लगे हुए है , ब्राहमण को बिच चोराहे पर खड़े होकर गालिया आज देना है दे आप का मुंह है , पर कल जब मंदिर में पूजा करवाने सुबह जाओ तो वहां मंदिर में जाकर भगवान् के सामने भी पंडित जी को यह मत कहना पंडित जी राम राम , गालिया ही देना ताकि भगवान् भी तुम पर और कृपा करे , पंडित जी को दक्षिणा भी मत देना क्यों कि बिच चोराहे ब्राहम्ण को भिकारी बोल रहे हो ,क्या रानापुर का कोई ब्राहमण तुम्हारे घर भीख मांगने आया था ,गालिया देने वालो कि मति भ्रष्ट हो गई है . इसका परिणाम ईश्वर तुम्हे निश्चित देगा ,जिस भागवत सप्ताह को सात दिन तक सूनने के लिए जाओ तो उसे इस बार बड़े ध्यान से सुनना और उसका सार है धर्म कि जय हो अधर्म का नाश भगवान् श्री कृष्ण ने यही बताया है , जिस एक व्यक्ति के द्वारा ब्राहमणों का अपमान बार बार किया जा रहा है उस व्यक्ति का बहिष्कार , त्याग , सम्पूर्ण ब्राहम्ण समाज रानापुर नगर में एक प्रदेश स्तर कि बड़ी मीटिंग आयोजित कर रानापुर नगर में करेगा और उसके फोटो के साथ सोशल मिडिया ,प्रिंट मिडिया के माध्यम से प्रेस नोट जरी करेगा बहुत जल्द अब अगर उसने रानापुर के किसी ब्राहमण से विवाद किया या अभद्र टिपण्णी कि तो , एवं नाम जद FIR रानापुर थाने पर करवाएगा . और उस व्यक्ति के घर जन्म,मरण,परण ,कार्यक्रम में कभी रानापुर का ब्राहमण समाज अपने आराध्य देव कि प्रतिज्ञा लेकर यह निर्णय लेगा कोई ब्राहमण उसके घर नहीं जाएगा क्यों कि उसने ब्राहमण को बदनाम किया है . यह प्रस्ताव भी रानापुर ब्राहमण समाज कि वृहद बैठक कर उस व्यक्ति के विरुद्ध भविष्य में लिया जाएगा . और कुछ भ्रमित लोग ब्राहमण समाज का एक व्यक्ति के बहकावे में आकर मुर्खता पूर्ण हरकते कर रहे है उन्हें सम्पूर्ण ब्राहम्ण समाज कि और से बड़े प्रेम से निवेदन है कि वह अपने घर परिवार के कीसी कार्यक्रम में हवन ,पूजन ,यज्ञ स्वयं करले ,नगर के सारे मंदिरों में खुद जाकर भगवान् का मंत्रो के साथ अभिषेक कर ले,पंडितो को नहीं बुलाए , और सम्पूर्ण ब्राहम्ण समाज भगवान् से यही प्रार्थना भी करेगा कि चोराहे पर पुरे ब्राहमण समाज को गालिया देने वालो को भगवान सद्बुधि प्रदान करे। साथ ही सर्व ब्राह्मण समाज झाबुआ के तत्वाधान में बैठक का आयोजन के उक्त प्रेस नोट जारी की गई साथ ही उनके यदि उक्त व्यक्तियों के द्वारा अपनी गतिविधियों पर अंकुश नहीं लगाया ओर ऐसी गतिविधियां जारी रखी तो कानूनन कार्रवाई को बाध्य रहेंगे।
झाबुआ का सर्व ब्राह्मण समाज, रानापुर का सर्व ब्राह्मण समाज एवं परशुराम सेना के द्वारा उक्त बात रखी गई ।