प्रधानमंत्री कॉलेज आफ़ एक्सीलेंस में उत्साह के साथ नव प्रवेशित विद्याथिर्यों का किया स्वागत
झाबुआ
” सत्र 2025 – 26 में नवीन शिक्षा नीति 2020 के तहत 1 जुलाई से हो रही है आरंभिक कक्षाएं ”
” वास्तव में शिक्षा ही वह एक मात्र बुनियादी पेड़ है, जिससे हमारा परिवार पीढ़ी दर पीढ़ी फल खाता रहता है। ” – डॉ. रविन्द्र सिंह
आयुक्त उच्च शिक्षा विभाग सतपुड़ा भवन भोपाल के निर्देशानुसार प्रदेशभर के सभी विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में सत्र 2025 – 26 में नवीन शिक्षा नीति 2020 के तहत प्रवेश उत्सव / दीक्षारंभ समारोह 1 से 3 जुलाई के बीच मनाया जाना है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री कॉलेज आफ़ एक्सीलेंस शहीद चन्द्रशेखर आज़ाद शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय झाबुआ में दीक्षारंभ कार्यक्रम बड़ी धूमधाम से विद्यार्थियों और समस्त स्टाफ की उपस्थिति में आयोजित हुआ।

इसका उद्देश्य नवीन प्रवेशित विद्यार्थियों को नए परिवेश में सहज महसूस करने, उन्हें संस्थान की विशिष्ट प्रकृति और संस्कृति को सिखाने, अन्य संकाय के विद्यार्थियों और संकाय सदस्यों के साथ सकारात्मक संबंध बनाने के साथ ही उन्हें अपने व्यापक उद्देश्य तथा स्वयं की खोज की भावना से परिचित करवाना है।
महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्य डॉ. संजू गांधी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए एंटी रैगिंग, नवीन शिक्षा नीति और महाविद्यालय में मध्य प्रदेश शासन और महाविद्यालय की ओर से मिलने वाली सुविधाओं जैसे एनसीसी, एनएसएस, छात्रवृत्ति, आवास, लड़कियों के लिए विभिन्न सुविधाएं आदि के बारें में विस्तार से अवगत करवाया।इतिहासविद एवं प्रशासनिक अधिकारी डॉ. रविंद्र सिंह ने भी नव प्रवेशित विद्यार्थियों को संबोधित व मार्गदर्शन देते हुए बताया कि छात्र जीवन में अनुशासन बहुत महत्वपूर्ण होता है। अनुशासन और नम्रता से हम बहुत कुछ हासिल कर सकते हैं। वास्तव में शिक्षा ही एक मात्र वह बुनियादी पेड़ है, जिससे हमारा परिवार और समाज पीढ़ी दर पीढ़ी फल खाता रहता है।कार्यक्रम का संचालन डॉ. बीएल डावर ने किया और आभार प्रवेश समिति प्रभारी प्रो. जेमाल डामोर ने माना।प्रवेश उत्सव कार्यक्रम में डॉ. जीसी मेहता, डॉ. गोपाल भूरिया, डॉ. वीएस मेड़ा, डॉ. रीता गणावा, डॉ. मनीषा सिसौदिया, डॉ. राजू बघेल, प्रो. शंकरलाल खरवाडिया, डॉ. मुकेश डामोर, डॉ. प्रवेश जाटव, डॉ. रवि विश्वकर्मा आदि सहित बड़ी संख्या विद्यार्थी उपस्थित थे।