पाकिस्तान पहुंचा अमेरीका की शरण।

न्यूज एजेंसी, नई दिल्ली,

भारत के साथ संघर्ष के दौरान चीनी हथियारों की हवा निकलने के बाद पाकिस्तान अब अमेरिका की शरण में पहुंच गया है। उसकी नजर अमेरिकी लड़ाकू विमानों, वायु रक्षा प्रणालियों और मिसाइलों पर है, क्योंकि आपरेशन सिंदूर के दौरान चीनी हथियारों और रक्षा प्रणाली पर आश्रित पाकिस्तान को बड़ी कीमत चुकानी पड़ी थी। पाकिस्तान के वायु सेना ‘प्रमुख जहीर अहमद बाबर सिद्धू नेइसी मंशा के साथ अमेरिका की यात्रा की। पिछले एक दशक में किसी पाकिस्तानी वायुसेना प्रमुख ंकी यह पहली अमेरिका यात्रा है। कुछ हफ्ते पहले पाकिस्तानी सेना प्रमुख फील्ड माशल आसम मुनीर ने भी अमेरिका का दौरा किया था। 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए भारत ने गत सात मईं को आपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और गुलाम जम्मू-कश्मार में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था। इसके बाद दोनों के बीच संघर्ष बढ़ गया था और दस मईं को संघर्ष विराम हुआ था। पाकिस्तानी वायु सेना ने बुधवार कों एक बयान में कहा ‘पाकिस्तानी वायु सेना प्रमुख एयर चीफ माशल जहंर अहमद बाबर सिदध ने अमेरिका की आधिकारिक यात्रा की। यह एक दशक से अधिक समय में वायु सेना के किसी भी सेवारत प्रमुख की पहली यात्रा है।

इन अमेरिकी हथियारों पर है पाक की नजर

चीनी हथियारों की विश्वसनोयता को लेकर उपजी चिंता के बीच पाकिस्तान अपनी वायु सेना के आघुनिकीकरण के लिए अमेरिका के एफ-16 लडाकू विमानों और वायु रका प्रणालियों को हासिल करना चाहता है ।पाकिस्तान हवा से हवा में मार करने वाली एआइएम-7 स्पैरो मिसाइलों और अमेरिका निर्मित हाई मोबिलिटी आर्टिलरी राकेट सिस्टम की बैटरियां भी हासिल करना चाहता है।

ये चीनी हथियार हो गए थे फुस्स आपरेशन .सिंदूर के दौरान भारत की मिसाइलों और ड्रोन के आगे पाकिस्तान की चीनी रक्षा प्रणालियां काम नहीं आई थीं। चीन निर्मित एचक्यू-9पी और एचक्यू- 16 मिसाइल रक्षा प्रणालियों को तबाह कर दिया था इसके अलावा भारतीय सेना ने पीएल-15 मिसाइल कों भी मार गिराया था।यह हवा से हवा में मारने वाली चीन की उन्नत मिसाइलों में एक है।

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