खाकी का खाकी पर वार-एक जवान ने एक हेडसाहब की उतार दी खुमारी। अस्मिता को भंग करना चहता था हेडसाहब।
7 Mar 2022
बीते रविवार की शाम एक पुलिस कर्मी ने एक पुलिस कर्मी की धुनाई कर दी। मामला मारपीट का है और घटना शाम की है।
जानकारी के अनुसार पिटोल क्षेत्र में हाइवे पर स्थित एक होटल पर एक पुलिस आरक्षक की एक हेड साहब से जोरदार बहस हो गयी। बहस में इतनी तीव्रता और क्रोध था कि बहसबाजी हाथापाई तक पहुंच गयी।
इस बात को इस कदर दबाया जा रहा है कि कोई भी इस सम्बन्ध में कुछ भी कहने को तैयार नहीं है। मगर उठत धुंए को भला कौन रोक पाया हैं।
लोगों के अनुसार और इस विवाद के जानकारों के मुताबिक हेडसाहब ने जवान की नाइट ड्यूटी लगाई फिर खुद उसके रूम पर चला गया जहां उसकी धर्मपत्नी किराए के मकान में अकेली रहती थी। और हेडसाहब ने अपनी नीचता का प्रदर्शन कर अकेली महिला की आस्मिता पर आंखों से आंच लागाई और उसके बाद वही रात गुजारने की बात कहीं।
महिला ने मौका पा कर सीधे मकान मालिक के घर में प्रवेश किया और आप बीती सुनाई, चतुराई से मकान मालिक ने अपने लोगों को बुला कर उस नीच पुरुष को वहा से भगाया। महिला ने पति को फोन लगाया और सारी बात बताई।
यहां तक कि वरिष्ठ अधिकारियों को भी सूचना दी गयी है।
अब उसके बाद अगली शाम को सागर होटल में जब जवान को जानकारी पुरी थी। उसने आव देखा न ताव सीधे हेडसाहब पर धाबा बोल दिया।
इस मामले में जब चौकी प्रभारी रमेश कौली से जानकारी लेना चाही तब उन्होने कहा कि वो किसी कार्य से नगर से बहार थे और ऐसे किसी विवाद की कोई भी जानकारी उनके पास नहीं हैं।
और सम्भवत ऐसी कोई जानकारी किसी अन्य वरिष्ठ खाकीधारी के पास होगी।
हालांकि ऐसे नीच पापी दुराचारी भाव वालो को कड़ी से कड़ी सज़ा दी जाना चाहिये। और पुलिस कप्तान को तत्काल प्रभाव से दोनों विवादियों को यथास्थान से दुर कर देना चाहिये, ताकि विवाद की चिंगारी आग की लपटों ना बदलें।
बहरहाल, खाकी को फटे चिथरे छुपाने से क्या फायदा, गीली पेंट लिये उस पुलिसकर्मी को क्षेत्र से दुर पहुंचाना समाधान हो सकता है साथ जवान की उसकी पत्नी से दुरिया भी समाप्त कर देनी चाहिये।