सलाखों के पीछे लूटेरी दुल्हन, साथियों के गिरेबान तक पहुंच रही पुलिस- बहन की चालाकी से लूटेरी दुल्हन का हुआ पर्दाफाश।
13 JUN 2023
शादी का सम्बंध सोच समझ कर किया जाना चाहिये अन्यथा विवाह में हुई चूक जीवन को नर्क बना देती है और विवाह के मामले में लालच का परिणाम बहुत ही घातक होता है। सही समय पर समझदारी बहुत बडे नुकसान से बचा लेती है।
रानापुर नगर में भी विवाह के मामले में एक ऐसा ही प्रकरण सामने आया है जिसमें परिवार को पूरी तरह से धोके के झाल में फांस लिया गया था मगर बहन की चालाकी से लूटेरो के मंसूबे कामयाब न हो सके और फर्जी दुल्हन जो घर परिवार को लूटने और बर्बाद करने आयी थी उसके और साथियों का पर्दाफाश हो गया।
जानकारी के अनुसार 11 जून को विनोद पंचाल के बेटे गौरव का विवाह वैदिक रीति से राणापुर में ही 4 बजे सम्पन्न हुआ।
इसके पहले करीब सात आठ दिन से नागदा के फर्जी पंडित दलाल प्रदीप और दो और लोगो के जरिये विनोद पंचाल ने अपने पुत्र गौरव के लिए इंदौर की एक बालिका से रिश्ता तय किया। शनिवार को दोपहर सुचना मिली की वह लड़की नहीं आना चाहती तब दलाल ने दूसरी लड़की ले आने की बात कही और उसे कुंवारी भी बताया। जिसे वें लेकर आ भी गये।
राणापुर में माता पूजन , हल्दी, मेहँदी आदि कार्यक्रम हो चुके थे। मेहमान भी आ चुके थे अतः विनोद ने सामाजिक प्रतिष्ठा के कारण दुसरी लड़की के लिया हां कर दी। रविवार को लग्न हो गये फिर शाम दूल्हे की बहन ने पूछा भाभी जी आप मोबाईल यूज करती हो? तब दुल्हन ने इंकार कर दिया।
दुल्हन आशा वॉशरूम गई तभी मोबाईल की घण्टी बजी और बेग में देखने पर दो मोबाइल मिले एक एंड्रायड और एक कीपेड बेग में एक मिला। एंड्राइड मोबाइल की स्क्रीन पर आशा के साथ किसी दूसरे व्यक्ति का फोटो विवाह के परिधान में देखकर बहन ने सबकुछ अपने पिता को बताया। फिर लूटेरी दुल्हन आशा से मोबाईल का लाक खुलवाया तो बहुत से मिस कॉल थे और गैलरी में पूर्व विवाह के बहुत से फोटो।
परिवार ने पुलिस थाने जाकर पूरी कार्यवाही की। पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में राणापुर टी आई संजय रावत ने एक टीम बनाकर दलालों को पकड़ने के लिये एक टीम तैयार की जिसमें एएसआई लाखनसिंह भाटी, एएस आई पवन भिंडे, आरक्षक दिनेश भयडिया को रवाना किया।
आवेदकों ने कहा है कि हमारे साथ जो ठगी की घटना घटित हुई है ऐसी घटना अन्य लोग के साथ न हो इन फर्जी लुटेरे दलालों के चंगुल में कोई न फंसे इसलिए प्रकरण पंजीबद्ध कराया है।
जानकारी के मुतबीक लूटेरी दुलहन आशा के पास से पुलिस को अलग-अलग नाम से तीन आधार कार्ड मिले। लुटेरी दुल्हन महाराष्ट्र की रहने वाली है और उसके माता पिता का देहांत हो चूका है इसलिए वह अपनी बहन के पास इंदौर रहती है।
हालांकि, रविवार की शाम से सोमवार सुबह तक करीब 180 मिसकॉल आशा के मोबाईल पर आये है। पुलिस द्वारा आशा के पति को फोन किया तो वह अपनी पत्नी के मायके जाने की बात कह रहा है। पुलिस को अगर इस गिरोह के गिरेबान तक पहुचने में सफलता मिलती है तो निश्चित झाबूआ पुलिस को एक नई सफलता मिलेगी।